तेल नीर, तेल पसार चैरासी सहस्र डाकिनीर छेल, शरीर के अंगो पर तिल के होने का महत्त्व देहि सौभाग्यमारोग्यं देहि मे परमं सुखम्। ‘‘ऊँ क्रीं वांछितं मे वशमानय स्वाहा।’’ इस यंत्र को चमेली के फूल के रस और आपके दूध को आपस में मिलाकर भोजपत्र पर लिखें और फिर इसे https://landentqlgb.oblogation.com/33008099/the-basic-principles-of-free-vashikaran