सहस कमल में हो रहे धारी। कीन्ह परीक्षा तबहिं पुरारी॥ अर्थ: हे भगवन, देवताओं ने जब भी आपको पुकारा है, तुरंत आपने उनके दुखों का निवारण किया। तारक जैसे राक्षस के उत्पात से परेशान देवताओं ने जब आपकी शरण ली, आपकी गुहार लगाई। मैना मातु की ह्वै दुलारी । बाम https://messiahvdsvh.oblogation.com/29309526/an-unbiased-view-of-shiv-chalisa-lyrics-in-gujarati